दोस्तों आज कोरोना वायरस के बारे में बात करेंगे। जैसे कि हम जानते हैं कि यह बहुत तेजी से फैल रहा है और पूरे विश्व में इसके लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
कुछ लोग बेवजह एंजाइटी का शिकार हो रहे हैं।
वैसे तो हमारे बहुत से भाई बहनों ने पहले से ही कोरोनावायरस पर पीएचडी कर रखी है, व्हाट्सएप एंड फेसबुक यूनिवर्सिटी से , वह आपको बहुत कुछ बता चुके होंगे। तो कुछ प्रयास श्री कृष्ण की कृपा से मैं भी करूंगा आपको बताने का। कोरोना वायरस जो है यह काफी समय से Exist करता है लगभग 2003 से।
कोरोना वायरस एक वायरस की family का नाम है। तो उसमें से जो Covid-19 है वह बहुत खतरनाक वायरस है। आप देख ही रहे होंगे पूरी दुनिया को। माना जा रहा है कि इसको बायोलॉजिकल हथियार के तौर पर बनाया गया था जो कि समय से पूर्व ही फैल गया और इसके जन्म दाता है ची से “चायना” महारज।
अब आते हैं इससे टेंशन किसे होनी चाहिए। वायरस से खतरा 60 साल से अधिक उम्र वालों को सबसे अधिक है और उनको भी है जिनकी रोग प्रतिरोध क्षमता (Imunity) कम है। इसमें हम बचाव कैसे कर सकते हैं इसके असर से बचने के लिए हमें ज्यादा कुछ नहीं करना , बार-बार दोनों हाथ धोने हैं और यह हाथ “बंटी वाले साबुन” से धोने हैं कम से कम 20 सेकंड तक। जो कि हमने लाइफ ब्वॉय के ऐड में देखा था धोते जाओ धोते जाओ और साथ ही घर में खुद को बंद रखना है, कुल मिलाकर यार घर से बाहर नहीं जाना घर में ही रहना है। अब हमारे प्रधानमंत्री भी हाथ जोड़ कर हमसे विनती कर रहें हैं और वो भी किसके हमारे लिए हमारे परिवार के लिए।
आप जानते हैं कि इसके तनाव से कैसे बचें। भाई तनाव से बचना है तो यह जानना होगा कि यह Covid-19 झण्डे कैसे गड़ता है :-
- जैसा कि हम जानते हैं कि यह वायरस का साइज नॉर्मल वायरस से बड़ा है तो इसको हम मास्क लगाकर इससे बच सकते हैं पर ये सिर्फ उन्हें ही लगाने की जरूरत है जिनको जुखाम खांसी है या जिन्हें इमरजेंसी में बाहर जाना पड़ रहा है।
- अगर आप गलती से कहीं बाहर चले गए हैं और आपके हाथों में वायरस लग गया है तो वैसे तो आप जान ही नही पाएंगे कि आप संक्रमित हो गए हो लेकिन आप कोशिश करें कि आपका हाथ मुंह, आँख और नाक पर नही लगना चाहिए और गलती से अगर आपके मुंह में भी चला गया तो आप घबराये नहीं। क्योंकि अगर आपका इम्यून सिस्टम अच्छा है तो यह आपको जल्दी से कुछ नहीं करेगा। कुछ समय में दवा से ठीक हो जाएगा। तो कोशिश यही करनी है कि समय-समय पर गर्म पानी पीते रहे और अपने हाथ धोते रहें और खुद को घर में मुंदले खुद को (Quarantine)।
इस वायरस से नौजवानों को डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है क्योंकि यह वायरस ज्यादातर 60 से अधिक उम्र वालो पर जानलेवा आक्रमण करता है। तो लड़के लड़कियों खुश हो जाओ डरो मत लेकिन “डरना जरूरी” है
क्योंकि डर सबको लगता है और गला भी सबका सूखता है और आप पीते हो रणवीर सिंह की Thumbs-up और आपकी रोग परितरोध क्षमता है निल बट्टा सन्नटा। तो डरने की फिर भी नहीं है।
अध्यात्म से खुद को कैसे संवेदनशील बनाये
अब भाइयों विज्ञान से अलग हम इसको अध्यात्म से समझते हैं। हम जानते हैं मांसाहार से कुछ न कुछ बीमारियां आती रही हैं। जिसको भोगना सबको पड़ता है चाहे वह मांसाहारी है या शाकाहारी।
यह वायरस भी जो आया है जैविक वायरस है जोकि फैला है मांसाहार से। कुछ रिपोर्ट्स यह भी कह रही है कि जानवर से इसको निकाल कर जैविक हथियार बनाया गया है। खैर जो भी हो निकाला गया जानवर से ही है। चाइना ने एक आर्टिकल लोगों से अनुरोध किया है कुछ समय के लिए मांसाहार ना करें क्योंकि इससे बीमारी फैलने का ज्यादा खतरा है। तो वह भी शाकाहार भोजन ग्रहण कर रहे है। जिनके सपनों में भोजन के रूप में सांप का सूप, चमगादड़ की आंख नज़र आती थी।
भगवान श्री कृष्ण गीता में कहते हैं “पुष्पम पत्रं फलम तोयम” अर्थात फूल पत्ते जल फल इत्यादि का भोग स्वीकार करता हूं अब देखो जब भगवान ही सात्विक आहार ग्रहण कर रहे हैं तो तुम अजगर मुर्गा कहां से हजम कर लोगे। भगवान कहते हैं अगर खुद को स्वस्थ रखना है ज्यादा उम्र जीना है तो सात्विक आहार ही सबसे उत्तम है। इसी से आप स्वस्थ और प्रसन्न चित्त रह सकते हो और निरंतर अपने चित्त एकाग्र करके भगवान का भजन कर सकते हो और अपने कर्म पूर्ण कर सकते हो अर्थात शुद्ध सात्विक भोजन कृष्णा को भोग लगाकर खाना ही स्वस्थ रहना है। बाकी मर्जी तो आपकी ही है।
भक्तों से मेरी विनती है, हाँ! भाई मोदी भक्तो से। घर में रहे और हरी का भजन करें। अपने परिवार के साथ समय का आनंद लें। यह विपदा की घड़ी जल्दी ही टल जाएगी और निरंतर जपते रहे:
हरे कृष्णा.. हरे कृष्णा.. कृष्णा कृष्णा हरे हरे.. हरे राम.. हरे राम.. राम राम हरे हरे..
प्रेरणादायक-
श्री अमोघ लीला प्रभु
लेख सहायक-
श्री अमित राजपूत